डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभुः । कुंकुमेनाप्टगन्धेन गोरोचनैश्च केशरैः। बटुकायेति विज्ञेयं महापातकनाशनम् ॥ ७॥ वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः साधक कुबेर के जीवन की तरह जीता है और हर जगह विजयी होता है। साधक चिंताओं, दुर्घटनाओं और बीमारियों से मुक्त जीवन जीता है। The Kavach https://www.youtube.com/watch?v=pMcH9t4uLqs