धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥ सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥ किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ दिवाली से पहले बन रहा https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa