कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥ जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥ शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥ कठिन भक्ति https://zanedaska.pennywiki.com/4231181/how_shiv_chaisa_can_save_you_time_stress_and_money