कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे" दोस्तों आज की पोस्ट यक्षिणी साधना आपको कैसी लगी हमें जरूर बताए. ये स्वरूप एक माता, प्रिया प्रेमिका या पत्नी का हो सकता है. सुरसुन्दरी यक्षिणी : धन और दीर्घायु की पूर्ति हेतु. ध्यानलिंग के प्रवेश द्वार के सामने वनश्री और पतंजलि https://hanumanshabharmantra55690.bloggin-ads.com/55655028/a-review-of-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai